दोस्तों, आपके दोस्त या किसी अन्य व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया होगा। किसी कुत्ते के काटने के बाद आपके दिमाग में क्या आता है, क्या यह कुत्ता रेबीज है या नहीं ? आज के समय में ऐसे लोग हैं जो रेबीज से बहुत डरते हैं । 1800 के दशक के दौरान, जब रेबीज के लिए कोई इलाज या टीका नहीं था, कई लोग रेबीज जैसे रोगों से मर गए। रेबीज जैसी भयानक बीमारी से बचाव करने वाले महान व्यक्ति का नाम लुई पाश्चर है। आज हम Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur देखने वाले है।
सबसे पहले उन्होंने मानवता के लिए क्या काम किया और उनको उस चीज के लिए motivation कहासे मिला और वैसेही उनकी जीवनी के बारेमे जानकारी लेने वाले है। चलिए तो Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur को । (Motivation in Hindi)
Motivational Story In Hindi
लुई पाश्चर का जन्म 27 दिसंबर, 1822 को हुआ था। उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता था। लुई पाश्चर के पिता पेशे से एक मांस विक्रेता थे। उन्होंने हमेशा सोचा था कि अगर मैंने पढ़ाई की होती, तो मैं एक सरकारी कार्यालय में काम करने में अधिक सहज होता । (टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)इसलिए लुई पाश्चर के पिता हमेशा चाहते थे कि उन्होंने तो ये काम किया लेकिन उनके बच्चों ने बड़ा होकर दूसरों का भला करना सीखना चाहिए और अपने जीवन को आराम से जीना चाहिए।
हर माता पिता की तरह पिता को भी यही लगता की वे बड़ा होकर कुछ अच्छा काम करे सहज तरह से अपना जीवन बिताये और अपना और अपने माँ बाप का नाम करे । (टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)
इसलिए उस गरीबी में भी, उनके पिता ने उस समय के महंगे स्कूल में लुई पाश्चर को पढ़ाया था । एक बच्चे के रूप में, लुई पाश्चर पढ़ाई में बहुत रुचि नहीं रखते थे और वह अध्ययन करने के लिए इतने जिद्दी नहीं थे। उनके सामने ऐसा कुछ हुआ जिससे उन्हें अपने जीवन में शिक्षा के महत्व का एहसास हुआ । (motivational story in hindi)
मैंने आपको बताया था न की अक्सर इंसान की जिंदगीमें कुछ ऐसा पड़ाव आता है कुछ ऐसी situation पैदा हो जाती है जिससे इंसान अपने जिंदगी में successful बन जाता है और एक अलग ही motivation और confidence का मालिक हो जाता है ।अब सर लुईस पाश्चर के जीवन में ऐसा क्या हुआ जिसकी वजहसे उन्हें यह कार्य करनेका motivation मिला उस Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur की तरफ मुड़ते है।
एक बार उस गाँव में एक जंगली लोमड़ी दूसरे लोगों को काट रही थी और भाग रही थी, और उस जंगली लोमड़ी के काटने से घायल हुए लोग धीरे-धीरे मर रहे थे । यह सब देखकर, लुई पाश्चर ने सोचा कि अगर इन लोगों की बीमारी के लिए कोई योजना नहीं की तो सभी लोग धीरे-धीरे करके मर जाएंगे ।(टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur) उस समय, पूरी दुनिया की आबादी डेढ़ अरब थी। और उनमें से हर साल एक करोड़ लोगों की मौत हो गई। रेबीज से पीड़ित लोग पानी से डरते थे और उस जानवर की तरह व्यवहार करने लगे।
अन्य लोग सोचते थे कि क्या वह पागल हो जाएगा । समाज में अंधविश्वास भी फैल रहा था। उसने हमेशा अपने पिता से पूछा कि उन लोगों के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। एक समय, उनके पिता उनके प्रश्न से ऊब गए और उन्हें सलाह दी कि यदि आप उनके बारे में बहुत परवाह करते हैं, तो आप इसे स्वयं क्यों नहीं सीखते हैं । तब से, लुई पाश्चर अध्ययन से मोहित हो गया है, और साधारण से कुछ के साथ आने का उसका सपना बन गया है।
यही एक वह घटना है जहसे सर लुईस पाश्चर के जीवन में एक रह दिखी एक motivation मिला।एक ऐसा motivation जिसने सर लुईस पाश्चर को जग में अर्थात पुरे विश्व में प्रसिद्ध बना दिया । उन्होंने इतनी पढाई की , की जो खुद पढ़ रहे थे अब वह शिक्षक होक इतर विद्यार्थीओको पढ़ाने लगे। (Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)
1842 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने खुद को यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टार्सबर्ग में एक प्रोफेसर के रूप में पढ़ाना शुरू किया। वहां पढ़ाने के दौरान, उन्होंने कुछ चीजों और बीमारियों के साथ प्रयोग करना शुरू किया। उन्होंने अपने प्रयोगों के दौरान पाया कि कुछ चीजें, जैसे दूध और भोजन, में बैक्टीरिया होते हैं।
बैक्टीरिया खुद उस भोजन को खराब करते हैं। उन्होंने पाया कि यदि दूध को 60 और 75 डिग्री के बीच उबाला जाता है और फिर ठंडा किया जाता है, तो दूध कुछ दिनों तक खराब नहीं होगा। इस प्रक्रिया को पाश्चराइजेशन कहा जाता है। लुइस पाश्चर द्वारा बैक्टीरिया की खोज भी की गई थी।
क्या आप कभी सोच सकते है जिस इंसान को कभी पढ़ाइमे कोई भी स्वारस्य नहीं था उन्होंने कई महत्वपूर्ण खोजे की। यह सिर्फ motivation और confidence का कमाल है दोस्तों। चलिए तो आगे बढ़ते है Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur में। .
प्रयोग के दौरान, उन्होंने पाया कि ये बैक्टीरिया नग्न आंखों को नहीं दिखते हैं, लेकिन कुछ हद तक इन्हें माइक्रोस्कोप के नीचे देखा जा सकता है। इसलिए उन्होंने सोचा कि हमारे शरीर में भी इसी तरह के बैक्टीरिया होंगे। वे कभी-कभी यह भी महसूस करते हैं कि हमारे शरीर में कुछ शक्ति है जो बीमार होने पर हमें ठीक करने में मदद करती है। इस बीच, उन्होंने अपने बचपन के सपने को याद किया। (टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)
इन सभी खोजों के बाद, वह रेबीज को ठीक करने की कोशिश करने लगा। उन्होंने एक प्रकार का पदार्थ बनाया जिसमें उन्हें रेबीज के जीवाणु मिल रहे थे। रेबीज वायरस प्राप्त करने के लिए, वे अन्य जानवरों जैसे रेबीज संक्रमित कुत्तों, बंदरों, लोमड़ियों के पास जा रहे थे। रेबीज वायरस के लिए, उन्होंने कुछ जानवरों से खुद को घायल कर लिया। चाहे वह कुत्ते या किसी अन्य जानवर की लार हो, उसके खून या लार से रेबीज के बैक्टीरिया एकत्र किए गए और उन पर परीक्षण किया गया।
कुछ प्रयोगों के बाद, उन्हें पता चला कि रेबीज के लिए एक दवा बनाना बहुत मुश्किल है, और यह कि रेबीज बैक्टीरिया जानवर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बताए बिना अपना काम करते हैं, जब वह किसी इंसान या जानवर के शरीर में प्रवेश करता है।(टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur) इसलिए उन्होंने सोचा कि प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें नहीं मार सकती। जो काफी हद तक सही भी है।
उन्होंने एक पदार्थ विकसित किया, जो कि जब रेबीज जीवाणु किसी भी जानवर या मानव के शरीर में प्रवेश करता है, तो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को इस तथ्य से सचेत करेगा कि यह रेबीज जीवाणु था। इसलिए, प्रतिरक्षा प्रणाली को रेबीज को हराने के लिए घातक था। ऐसा करने के लिए, उन्होंने एक गैर-रेबीज कुत्ते को वह इंजेक्शन लगाया जिसमे वह मृत रेबीज के जीवाणु थे और रेबीज वायरस को जानवर में छोड़ दिया। जानवर पर कुछ दिनों के अवलोकन के बाद, उन्होंने पाया कि उनके द्वारा विकसित किया गया टीका उपयोगी था।
लेकिन वे अभी भी मनुष्यों पर प्रयोग करने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं थे। इस बीच, वे एक महिला के पास पहुंचे, जिसके बच्चे को रेबीज कुत्ते ने काट लिया था। महिला अपने इलाज के लिए उनसे गुहार लगा रही थी। लेकिन उन्हें जानवरों पर वैक्सीन के प्रभाव के बारे में संदेह था। उन्हें बीमारी का इलाज नहीं करने के लिए कहा गया था।
लेकिन महिला की दलील के बाद, वह ऐसा करने के लिए सहमत हो गए। उन्होंने लगातार 21 दिनों तक बच्चे को वैक्सीन की एक बहुत छोटी खुराक दी और 21 दिनों के बाद बच्चे की स्थिति में सुधार होने लगा। वह खुश था कि वैक्सीन, जो प्रयोगशाला में दिन-रात काम की गई थी, दूसरों की जान बचा रही थी, लेकिन इस बीच उसने अपने परिवार की पूरी तरह से उपेक्षा कर दी थी। उसकी तीन बेटियां और एक पत्नी थी। तीन बेटियों में से दो की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। (टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)
Motivational Kahani In Hindi Of Dara Sing Randhava-5 Biggest Success
और एक लड़की की लखवा की वजह से मौत हो गई । तीन बेटियों की मौत ने उनकी मां अर्थात लुई पाश्चर की पत्नी, मानसिक रूप से बीमार हो गई । ऐसे समय में जब लुई पाश्चर की पत्नी को उनकी जरूरत थी तब उन्होंने अपना समय बीमारी के इलाज के लिए उपयोग में लाया ,और अपनी पत्नी को अकेला छोड़ समाज के भले के लिए वक्त बिताया।
कुछ दिनों बाद उसकी भी मौत हो गई। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। लुई पाश्चर को 1885 में रेबीज वैक्सीन की खोज के लिए लुई पाश्चर को सम्मानित किया गया था। उन्होंने कुछ अन्य खोजों के साथ-साथ रेबीज के लिए उपचार भी किया है।
लुई पाश्चर की मृत्यु 1895 में पत्नी की मृत्यु के बाद अकेलेपन के कारण हुई।
Top 3 Motivation Tips For Success – Motivation in Hindi
1 ) दोस्तों motivation पाने के लिए वैसे तो कई tips है उनमेसे कुछ गिने चुने tips का खुलासा मैं आपके सामने करने जा रहा हु. जब भी कभी आप अपने जीवन में अकेले महसूस करे या demotivated महसूस करे आपको सबसे पहले अपने माता पिता के बारेमे सोचना चाहिए। क्युकी motivation न मिलने के कारन मनुष्य depression का शिकार हो जाता है। (टाइटल-Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur)

2) हमेशा यह सोचे की हर नयी सुबह एक नयी आशा की किरण की तरह होती है।
3) दोस्तों motivation पानेकेलिए और successful बनाने के लिए सबसे बड़ा हतियार अपना अंतर मन है। अगर आप अपने अंतर मन में झाकना सिख गए तो आपका motivation level एकदम top पे होगा। उसके लिए आपको meditation करना होगा।
ये कुछ तरीके है motivation पाने के लिए आपको यह लेख Motivational Kahani In Hindi Louis Pasteur कैसा लगा हमें जरूर बताये।
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Real life inspirational short stories in hindi ?
यह कहानी वाचको को बहोत पसंद आएगी ।यह छोटा और बहोत ही motivation से भरा हुआ लेख है।
Motivational story in hindi pdf
यह कहानी Motivational story in hindi pdf में उपलब्ध नहीं है लेकिन आपको दी जा सकती है। writer से निवेदन कर सकते है।
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यह कहानी अर्थात life story in hindi एक ऐसे व्यक्ति की है जिससे आप जरूर प्रेरित और motivated हो सकते है।
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